(श्रीमद्भगवद्गीता जयंती)
सासाराम।

स्कॉटिश सेंट्रल स्कूल में गीता जयंती महोत्सव का मंच देश की संस्कृति और शिल्पकला का मुख्य केंद्र बन गया। इस महोत्सव का शुभारंभ विद्यालय के निदेशक डॉ सुनील कुमार सिंह ने वैदिक मंगलाचरण के साथ दीप प्रज्वलित करके किया। साथ ही गीता के अष्टादश अध्यायों के एक-एक श्लोक को छात्राओं ने सुमधुर कंठ से संगीतमय सस्वर वाचन किया। गीता के द्वादश अध्याय का विशेष रूप से सामूहिक पाठ कर प्रार्थना सभा के चेतना सत्र को सरस बना दिया। धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र की पृष्ठभूमि पर आधारित रथयुक्त अर्जुन और कृष्ण की रियान यू.के.जी. और नवनीत प्रथम कक्षा के छात्र ने सजीव झांकी प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया। निदेशक डॉ सुनील कुमार सिंह ने गीता के माध्यम से सफल जीवन जीने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि “गीता का पाठ करने से मन को शांति और सही मार्ग पर चलने की सीख मिलती है।” वहीं दूसरी ओर वरीय शिक्षक अरविंद पाण्डेय ने गीता-सार को समझाया। संस्कृत के अध्यापक आचार्य सत्यानन्द शास्त्री ने गीता जयंती समारोह का संचालन व गीता का हिंदी काव्यानुवाद सुनाया तथा कार्यक्रम को मूर्त रूप देने में अभूतपूर्व प्रयास किया। मौके पर उपस्थित वरीय शिक्षक ए.के. तिवारी, अमिताभ बनर्जी, पी.एन. पाण्डेय, पवन, विवेक, रमेश, एस.एन. सिन्हा, अजीत, सौरभ, इंद्रजीत, सुमित, पूजा, खुशी, गायत्री, स्वाति, चांदनी, मुस्कान, आदि की सक्रिय भूमिका रही।